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Pearl (Moti)- 7.18 Carat (7.88 Ratti)

2,100.00

Weight (Carat): 7.18

Weight (Ratti): 7.88

Shape: Half Round

Cut: Cabochon

Certificate: Yes

Composition: Natural

Certificate Number: 425826

Magnification : Layered Structure

Origin: South Sea

SKU: MOR-MO-1315 Categories:

Pearl Gemstone: The Gem of Moon (Chandra) in Vedic Astrology

Pearl, also known as “Moti” in Hindi, is a lustrous organic gemstone formed within mollusks. Revered for its smooth, radiant surface and soothing white color, Pearl symbolizes purity, calmness, and emotional stability. In Vedic astrology, it is ruled by the Moon (Chandra), the planet of emotions, mind, and intuition, making it an essential gemstone for those seeking peace, harmony, and mental clarity.

Astrological Significance of Pearl
In Vedic astrology, the Moon governs emotions, sensitivity, and mental well-being. Pearl, as the gemstone of the Moon, enhances these qualities and helps individuals achieve emotional balance, mental peace, and enhanced intuition. It is especially beneficial for individuals facing emotional turbulence, stress, or difficulties in decision-making.

Benefits of Wearing Pearl
Emotional Stability: Pearl helps in calming the mind, reducing stress, and managing emotional upheavals.
Improved Relationships: It fosters harmony and understanding in relationships, promoting love and compassion.
Enhanced Intuition: Pearl sharpens intuition and aids in making sound decisions, especially for those in creative or spiritual pursuits.
Health Benefits: It is believed to strengthen the mind, improve sleep quality, and aid in overcoming ailments related to the chest, stomach, and reproductive system.
Peace and Positivity: Pearl radiates calming energy, bringing serenity and positivity into the wearer’s life.
How to Wear Pearl According to Vedic Astrology
Day to Wear: Pearl should be worn on Monday, the day associated with the Moon (Chandra).
Finger: Wear Pearl on the little finger of the right hand for maximum astrological benefits.
Metal: It is best set in silver to amplify the Moon’s calming energy.
Mantra for Wearing: Chant the Moon (Chandra) mantra “Om Som Somaya Namah” 108 times before wearing to energize the gemstone.
Purification Process: Cleanse and energize Pearl by immersing it in a mixture of raw milk, honey, and Ganga water for a few minutes. Wear it during the early morning hours of Monday, preferably during the shukla paksha (waxing moon phase).
Who Should Wear Pearl?
Pearl is recommended for individuals with a weak or afflicted Moon in their birth chart. It is especially beneficial for Cancer zodiac sign natives, as the Moon rules Cancer. Pearl is ideal for those dealing with stress, emotional instability, or relationship issues.

As with any gemstone, consulting a qualified astrologer is advised to determine its suitability based on your unique planetary alignment.

मोती रत्न: वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा का रत्न

मोती, जिसे हिंदी में “माणिक्य” के नाम से भी जाना जाता है, एक चमकदार जैविक रत्न है जो सीप के भीतर बनता है। इसकी चिकनी, चमकदार सतह और श्वेत रंग इसे पवित्रता, शांति और भावनात्मक स्थिरता का प्रतीक बनाते हैं। वैदिक ज्योतिष में इसे चंद्रमा (चंद्र) द्वारा शासित माना जाता है, जो भावनाओं, मन और अंतर्ज्ञान का ग्रह है। यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो शांति, सामंजस्य और मानसिक स्पष्टता की तलाश में हैं।

मोती का ज्योतिषीय महत्व
वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा भावनाओं, संवेदनशीलता, और मानसिक स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व करता है। चंद्रमा का रत्न होने के कारण मोती इन गुणों को बढ़ावा देता है और व्यक्ति को भावनात्मक संतुलन, मानसिक शांति, और अंतर्ज्ञान में वृद्धि प्रदान करता है। यह विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए लाभकारी है जो भावनात्मक अशांति, तनाव, या निर्णय लेने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

मोती पहनने के लाभ
भावनात्मक स्थिरता: मोती मन को शांत करने, तनाव को कम करने और भावनात्मक असंतुलन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
संबंधों में सुधार: यह रिश्तों में सामंजस्य और समझ को बढ़ावा देता है, प्रेम और करुणा को प्रोत्साहित करता है।
अंतर्ज्ञान में वृद्धि: मोती अंतर्ज्ञान को तेज करता है और रचनात्मक या आध्यात्मिक प्रयासों में निर्णय लेने में सहायता करता है।
स्वास्थ्य लाभ: यह मन को मजबूत बनाने, नींद की गुणवत्ता में सुधार करने, और छाती, पेट, और प्रजनन तंत्र से संबंधित बीमारियों को दूर करने में सहायक है।
शांति और सकारात्मकता: मोती शांत ऊर्जा का संचार करता है और जीवन में शांति और सकारात्मकता लाता है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मोती कैसे पहनें
पहनने का दिन: मोती को सोमवार के दिन पहनना चाहिए, जो चंद्रमा का दिन है।
उंगली: मोती को दाहिने हाथ की छोटी उंगली (लिटिल फिंगर) में पहनें ताकि इसके ज्योतिषीय लाभ अधिकतम हो सकें।
धातु: इसे चांदी में जड़वाना चाहिए ताकि चंद्रमा की शांति की ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा सके।
मंत्र: इसे पहनने से पहले चंद्रमा का मंत्र “ॐ सोम सोमाय नमः” का 108 बार जाप करें ताकि रत्न में ऊर्जा भरी जा सके।
शुद्धिकरण प्रक्रिया: मोती को शुद्ध करने और ऊर्जा प्रदान करने के लिए इसे कच्चे दूध, शहद और गंगाजल के मिश्रण में कुछ मिनट तक डुबोएं। सोमवार की सुबह, विशेष रूप से शुक्ल पक्ष में इसे धारण करें।
कौन पहन सकता है मोती?
मोती उन लोगों के लिए अनुशंसित है जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर या अशुभ स्थिति में है। यह कर्क राशि वालों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है, क्योंकि चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी है। मोती उन लोगों के लिए आदर्श है जो तनाव, भावनात्मक अस्थिरता, या संबंधों की समस्याओं से जूझ रहे हैं।

हालांकि, इसे पहनने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह आपके ग्रहों की स्थिति के अनुसार उपयुक्त है।

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